Wednesday, June 13, 2012

छुट्टिया अबकी होंगी इतनी हसीं - मैंने सोचा न था

तुम हो तो कहाँ कोई बात बुरी लगती है ..
तुम नहीं होती हो तो .............................


छुट्टिया अबकी होंगी इतनी हसीं - मैंने सोचा न था ... मैंने सोचा न था ....


चुपके चुपके किचेन में वो वर्फ खाना याद है ..



मैं खुश हूँ मेरी शैतानियों पे न जाना



 माँ ने जाने कहाँ छिपा दिया - मेरा वर्फ मेरी आइसक्रीम ...............

  नव वर्ष की शुभकामनायें  उजालों की फिर से दुआ मांगता है।  नया साल  “सूरज”  नया मांगता है।।  उम्मीदों भरी अब  कहानी सुनाओ  । नूतन सा एक ख्वा...